जन्मदिन पर भियाजी दलबल के साथ मंदिर पहुंचे, पूजन किया और हाथ जोड़ कर जगदीश्वर से कहा कि - ‘‘ मैं नगर में एक अंधशाला खोलना चाहता हूं । आप मदद कीजिए । ’’
जगदीश्वर बोले - ‘‘ नगर में कोई अंधा तो है नहीं !! फिर क्यों .... ?! ’’
‘‘ इसीलिए तो आपकी मदद चाहिए प्रभु । .... जनमदिन मनाने के लिए एक अंधशाला तो हर बड़े नेता के लिए जरूरी है ।
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