गुरुवार, 2 फ़रवरी 2012

भस्मासुर........

                  " सबसे पहले आप मुंह मीठा कीजिये जगदीश्वर , मेरी नौकरी आज पक्की हो गई है ." रमेश ने मिठाई आगे की .
                  " अरे वाह  !! बधाई . प्रसन्न रहो . तुम्हें आशीर्वाद . "     जगदीश्वर ने मुंह मीठा किया .
                  " रात-दिन मेहनत की ..... तब कंहीं आज यह दिन देखने को मिला है . " रमेश ने बताया .
                  " परिश्रम का फल तो मिलता ही है . अब  खूब मन लगा कर काम करना , आगे और सफलताएँ मिलेंगी ."    जगदीश्वर ने हौसला दिया .
                  " सफलता तो मिल गई . नौकरी पक्की . ..... अब काम - वाम करने की जरुरत नहीं है . "      रमेश बोला .
                  " अरे !! शुभ शुभ बोलो रमेश . कहीं सरकार निकम्मा कह कर निकल दे तो !? "
                  " आप चिंता मत करो  जगदीश्वर , हमारे पास यूनियन है , कोर्ट है , कानून है , वकील है . स्थाई कर्मचारी के पास भस्मासुर की ताकत होती है . एक बार तथास्तु कह देने के बाद सरकार  उससे डरती है . " 

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