गुरुवार, 8 मार्च 2012

* पापियों के साथ रहने की आदत डालो

" कहते हैं जब पृथ्वी पर पाप बढ़ जायेंगे तब आप अवतार लेंगे !  क्या यह सच है जगदीश्वर ?" दास बाबू ने पूछा .
" हाँ , सच है . मैं पृथ्वी पर आ चुका हूँ . तुम्हारे सामने हूँ . " जगदीश्वर बोले .
" तो फिर कुछ करते क्यों नहीं !?"
" क्या करूँ ?!"
" धर्म की रक्षा कीजिये , और क्या ! " दास बाबू ने याद दिलाया .
" धर्म है ही कहाँ जिसकी रक्षा करूँ ?!" जगदीश्वर ने लाचारी बताई .
" तो पाप का नाश कीजिये , पापी  तो हैं , उन्हें मारिये  . "
" कैसे मारूं , ..... रात- दिन करोड़ों पापियों और खूंखार भक्तों  बीच अपने को घिरा पाता हूँ तो खुद मेरी घिग्घी बांध जाती है ."
" फिर मैं क्या करूँ ? "
" तुम भी कुछ नहीं कर सकते हो ......पापियों के साथ ही रहने की आदत डालो भक्त . "

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