
पीछे दूसरा उम्मीदवार भी था , उसने पहले की बात सुन ली ।
अपनी बारी आने पर वह हाथ जोड़ कर बोला - ‘‘ मैं उसकी तरह झूटा और जल्दबाज नहीं हूं । मैं पहले आपका घर भरूंगा उसके बाद अपना । बस आपकी कृपा रहे । ’’
दूसरा उम्मीदवार जीत गया । जगदीश्वर ने कहा-- "यह संयोग है "।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें