सब-इंस्पेक्टर पाण्डे तिलमिलाया सा जगदीश्वर के पास पहुंचा - ‘‘ देखो जगदीश्वर , वो लाल बाबा हवा में से आपकी मूर्ति निकाल कर लोगों को मूर्ख बना रहा है और ठग रहा है । इसका कुछ कीजिए । ’’
‘‘ लोगों की गलती है । उन्हें लाल बाबा की चालाकी समझना चाहिए । ’’ जगदीश्वर बोले ।
‘‘ आप उसको कुछ दंड दीजिये ना ! ’’
‘‘ दोष लोगों का है ..... उसको दंड कैसे दिया जा सकता है ! ’’ जगदीश्वर ने लाचारी बताई ।
‘‘ मेरे नाम से वसूली करने वाले को तो मैं इतना पीटता हूं कि वो अपना नाम भूल जाता है और मेरा नाम जपते हुए हल्दी-चूना लगाता है ! ’’ पाण्डे बोला ।
‘‘ तुम्हारे पास वर्दी है सब-इंस्पेक्टर पाण्डे । ’’
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